बुधवार, 17 जुलाई 2013

किताबों का अनोखा संसार

किताबों का अनोखा संसार बाकि दुनिया से अलग ज़रूर लगता है पर दुनिया की कोई ऐसी बात नहीं जो इन किताबों में ना मिले। एक ही तरह की घटनाओं का विवेचन अलग अलग दृष्टिकोणों के कारण अलग अलग रूप में यहाँ मिलता है। जीवन के सभी पक्षों पर किताबें लिखी गयी हैं और किस्सों के रूप में कई महत्वपूर्ण अनुभव इनमें सहेजे गये। फ़िर इन पर समय का प्रभाव नहीं पड़ता, किताबें मानो समय को रोक कर उन्हें पढ़ने वाले को मनचाहे समय में, मनचाहे स्थान पर, पहुँचा देती हैं और वह अपनी यात्रा से थोड़ा सा अवकाश लेकर एक दूसरी ही यात्रा पर निकल पड़ता है। 


अच्छे अनुभवों को बाँटना और अपनी अपनी तरह से सौंदर्य की व्याख्या करना मानव स्वभाव है। कुछ बहुत प्रभावशाली लेखनी के धनी लेखकों ने जीवन और प्रकृति के सौंदर्य के प्रति अपने प्रेम को लिखकर प्रकट किया है और इस प्रकार संसार को कई अनुपम रत्न भेंट किये हैं। वहीं कुछ ज़िम्मेदार लेखकों ने अच्छी किताबों के अनुवाद भी प्रस्तुत किये है। अब कई बढ़िया हिन्दी किताबें ऑनलाइन (Hindi books online) उपलब्ध हैं। अंग्रेज़ी साहित्य के कुछ उत्कृष्ट नमूने भी अब ऑनलाइन (English books online) मौजूद हैं और इसके अलावा लगभग सभी मौलिक व परिवर्तनकारी किताबों के हिन्दी और अंग्रेज़ी संस्करण प्राप्त करना अब मुश्किल नहीं।


प्रकृति के साथ साथ मानव की प्रकृति का सूक्ष्म विवेचन इन किताबों में मिलता है। मन की बेवजह की चिन्ताओं को, रोमांचित करने वाली कल्पनाओं को, अव्यक्त भावनाओं व संवेदनाओं को शब्द देने का काम करती हैं किताबें। ऐसा करके वे पाठक का ध्यान इनसे भटका देती हैं और इस तरह उसे समस्याओं के प्रति अपनी दृष्टि बदलने का समय मिल जाता है। आधुनिक हिन्दी के कुछ महान लेखकों की पुस्तकों में ऐसा प्रभाव स्पष्ट देखने को मिलता है। स्वामी विवेकानन्द की किताबों (Swami Vivekananda books) में भारत के प्राचीन वैदिक ज्ञान के प्रति एक नया वैज्ञानिक दृष्टिकोण देखने को मिलता है जो कुन्द मानसिकता से पाठक को मुक्त करता है और वेदों में लिखे प्रत्येक तथ्य की, अपनी बुद्धि और अनुभव के आधार पर समुचित जाँच करने की प्रेरणा देता है।



किताबें, कभी बहुत गम्भीर विषयों पर व्यंग्य करती, कभी दुर्भाग्य पर उपहास करती तो कभी मामूली सी किसी बात पर भावुक करती दिखाई देती हैं और निरंतर हमें अधिक संवेदनशील बनाती हैं। लेकिन वे हमें कमज़ोर भी नहीं करतीं, बल्कि साहस करना और अपने निश्चय पर दृढ़ रहना सिखाती हैं। विश्वास जगाती हैं कि अन्त में सब अच्छा होगा और फ़िर भी सब छोटी बड़ी कमियों को स्वीकार कर उनके साथ जीना सिखाती हैं।


यूँ कहिए, किताबों को पढ़ना इसलिये ज़रूरी है क्योंकि ये जीवन के लगभग सभी विरोधाभासों से ये एक साथ ही आपका परिचय करवा देती हैं । विरोधाभास, भारतीय लेखकों की पुस्तकों (Indian authors books) की विशेषता रहे हैं। अब जबकि सभी दूसरी वस्तुओं की तरह किताबों को भी ऑनलाइन खरीदना (buy books online in India) आसान हो गया है, कई प्रसिद्ध लेखकों की कृतियाँ (famous authors books ) फ़िर से प्रकाश में आ रही हैं।

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